Skip to main content

Ambedkar Statue in Hyderabad

A new Ambedkar Statue is unveiled at Hyderabad on Friday by Telangana CM K Chandrasekhar Rao. In the presence of Prakash Ambedkar, this statue is built with stainless steel and bronze metal. 

Ambedkar's Statue in Hyderabad features:-

Unveiled by:  KCR (K Chandrasekhar Rap)

Location: Hyderabad (Telangana)

Height of Ambedkar's statue: 125 feet 

The total stainless steel used: 360 tonnes 

Total Bronze used: 114 tonnes 

Ambedkar statue Sculpted by:  Ram Vanji Sutar from Maharastra is 98yr old 


Ambedkar's statue build on: the Bank of Hussain Sagar lake

Cost of this project: 146.50 crore 

This project was signed by the government with the KPC projects limited, Hyderabad. This project was signed on June 3, 2021, and the company had to complete the project within 12 months

Comments

Popular posts from this blog

क्रिकेट ग्राउंड में एक से ज्यादा पिचें क्यों होती हैं ?

आपने क्रिकेट मैच जिंदगी में कभी ना कभी देखा होगा  या  फिर आप उनमें से होंगे जो कभी क्रिकेट मैच को कभी भी मिस नहीं करते चाहे टेस्ट मैच हो या वनडे   या हो सकता है आपको  केवल आईपीएल देखने का शौक हो कुछ लोगों को क्रिकेट मैच का इतना शौक होता है कि उन्हें 2 देशों की दूरी भी कम पड़ जाती है कुछ लोग तो अपने फेवरेट  प्लयेर को सपोर्ट करने के लिए अपने बॉडी को तरह - तरह से पेंट तक करवा लेते हैं अगर आप भी क्रिकेट के शौकीन हैं तो क्या आप जानते हैं की क्रिकेट ग्राउंड में एक से अधिक पिच क्यों  होती हैं  इन सभी पिचों में 1 मेन पिच होती है  जो रिजर्व रहती है और उस पिच से छेड़छाड़ करना अलाउड नहीं होता और उस पिच पर मैच वाले दिन क्रिकेट खेला जाता है  पर अक्सर प्लेयर मैच से पहले प्रैक्टिस करते हैं तो इसीलिए साइड के पिच बनाए जाते हैं ताकि प्लेयर प्रैक्टिस कर सके क्योंकि मेन पिच तो मैच के लिए रिजर्व रहता है अगर  ग्राउंड में एक ही पिच होगा तो फिर प्लयेर प्रैक्टिस कहां करेगें  इसलिए मेन पिच के साथ बाकी की पिचें बनाई जाती है।

Oxygen cylinder चौकोर क्यूं नहीं होते

 आपने गैस सिलेंडर या ऑक्सीजन सिलेंडर कई बार  देखा होगा कभी आपने सोचा है की ये गोल ही क्यूं होते है  चाहे उस सिलेंडर मै कोई भी गैस भरी हो चाहे वह छोटा हो या बड़ा हमेशा बेलनाकार ही होते हैं कभी भी  चोकोर या  गोल नहीं होते इसके अलावा अस्पतालों तक ऑक्सीजन पहुंचा रहे टैंकर भी बेलनाकार ही होते हैं दरअसल जब भी किसी लिक्विड या गैस को किसी टैंकर में रखा जाता है तो सबसे ज्यादा प्रेशर उनके कोनों पर पड़ता है  तो ऐसे में  चौकोर टैंकर नहीं बनाए जाते क्योंकि कोनों में ज्यादा प्रेशर बनने से उनसे गैस लीक  होने या उनके फटने का डर ज्यादा होता है ऐसे में बिना कोने वाले  टैंकर में एक समान दबाव पड़ता है जिससे उसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाना आसान हो जाता है  इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी भी बेलनाकार  सिलेंडर को ट्रक या गाड़ी में लोड करते हैं तो वह  ग्रेविटी प्रेशर बनाए रखते हैं जिससे सेंटर ऑफ ग्रेविटी भी कम होता है और ट्रक स्थिर रहता है  तो इसी वजह से टैंकर बिना कोने वाले या बेलनाकार होते हैं

How to make money in Banglore

Here are some ways that will help you to make money in Bangalore city. 1. Freelancing:  You can offer your skills as a freelancer on various online platforms like Upwork, Freelancer, Fiverr, etc. 2. Blogging:   If you have a passion for writing, you can start a blog and monetize it through advertising and affiliate marketing. 3. Online tutoring:  You can offer your expertise in a particular subject and teach students online through platforms like Vedantu, Byju, etc. 4. Delivery services:  You can work as a delivery executive for companies like Swiggy, Zomato, Amazon, etc. 5. Rent out your property:  If you have a spare room or property in Bangalore, you can rent it out on platforms like Airbnb. 6. Sell products online:  You can start an e-commerce business by selling products on Amazon or Flipkart. 7. Part-time jobs:  You can work part-time in retail stores, restaurants, cafes or any other industry that suits your skills and interests. 8. Social m...