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Showing posts from May, 2021

Why Ac is used in ATM machine | ATM में AC क्यूं लगाया जाता है

  जब भी आपने ATM के उनके अपने वहां पर ACजरूर देखा होगा अगर आप यह सोचते हो कि AC किसी कस्टमर के लिए लगाया जाता है या फिर गार्ड के लिए लगाया जाता है यार स्टैंडर्ड दिखाने के लिए लगाया जाता है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है इंडिया में सबसे पहला ATM HSBC के द्वारा मुंबई में लगवाया गया था उसके बाद से अब तक तक पूरे विश्व में 35 लाख से ज्यादा एटीएम लग चुके हैं।  जैसा कि आप जानते हैं कोई भी इलेक्ट्रॉनिक चीज PHONE,TV या ATM गरम हो जाते है  वैसे ही एटीएम तो  24 घंटे ऑन रहता है तो इसलिए AC लगा रहता है एटीएम एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ही है जो कि होम कंप्यूटर से ज्यादा कंपलेक्स होता है और बड़ा होता है जाहिर सी बात है अगर एटीएम 24 घंटे और सातों दिन चलेगा तो गरम होगा जिससे उसके खराब होने के चांसेस बढ़ जाते हैं और एटीएम में हीट पैदा ना हो इसीलिए AC लगाए जाते है अगर आप कहोगे की फैक्ट्रियों में ऐसी कितनी मसीने है जो 24 घंटे काम करती है लेकिन फिर भी उन्हें AC की जरूरत नहीं पड़ती  तो एटीएम को AC की जरूरत क्यूं पड़ती है तो ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि एटीएम  में कई तरह की चिप होती है...

मरने के बाद नाक और कान में रुई क्यों डाली जाती है

 वेदों में मौत को अटल कहा गया है यानी जिसने इस दुनिया में जन्म लिया है उसकी उसका अंत निश्चित है  लेकिन आपने इस बात पर ध्यान दिया है कि जब किसी की मौत हो जाती है तो उसके नाक और कान में रुई क्यूं डाली जाती हैं  नाक और कान में रुई डालना कोई नई बात नहीं है लेकिन सवाल ये उठता है कि ऐसा किया क्यों किया जाता है  अधिकतर लोग इस बारे में नहीं जानते या फिर वह वही बातें जान पाते हैं जो कि जीते जी उनके साथ होती है  नाको और कानों में रुई कुछ खास वजह से डाली जाती है अगर विज्ञान की नजर से देखे तो जब इंसान मरता है तो उसके खुले भागों से कई तरह के तरल पदार्थ निकलते हैं जिनसे काफी ज्यादा बदबू आती है जिसे रोकने के लिए रुई का इस्तेमाल किया जाता है वहीं हमारे पुराणों में मौत को नई शुरुआत कहा गया है यानी मृत्यु के बाद आत्मा एक शरीर को छोड़कर दूसरे शरीर में प्रवेश करती है और इसी काम को आसान बनाने के बनाने के लिए ऐसा किया जाता है  पुराणों में कहा गया है अगर आत्मा मस्तिष्क के ऊपरी भाग से निकलेगी तभी दूसरा जन्म होगा नहीं तो वह इस संसार में भटकती रहेगी इसीलिए इंसान के मरने के बाद उसके ...

Why there is chain in ladies jeans

  Why there is chain in ladies jeans पुराने जमाने में भारतीय संस्कृति में ज्यादातर लोग कुर्ता पजामा या धोती पहना करते थे  लेकिन वक्त के साथ पहनावे मैं भी अंतर आता गया और लोग अलग - अलग फैशन को अपनाने लगे जैसा कि आज के जमाने में जींस ज्यादा पॉपुलर है शायद ही आज के जमाने में कोई होगा जिसने जींस नहीं पहनी होगी  शुरू शुरू में ज्यादातर जींस लड़के पहनते थे। लेकिन आजकल लड़कियों में भी जींस पहनना आम हो गया है  तो क्या आप जानते हैं लड़कियों की जींस में Zip क्यों होता है इसको समझने के लिए आपको नीचे दिए हुए कुछ लॉजिक को समझना पड़ेगा अगर आप कहोगे कि लड़कों की पेंट में ज़िप होती है इसीलिए लड़कियों के पैंट्स में भी होती है या फिर ज़िप सिर्फ फैशन के तौर पर होती है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है  लड़कियों की पैंट में ज़िप इसलिए होती है ताकि वह पैंट को आसानी से उतार सके क्योंकि हर लड़की की कमर उसके हिप्स से छोटी होती है  जैसा कि आपने बायलॉजी में पड़ा होगा कि उन्हें बर्थ देना होता है इसलिए उनके हिप्स बड़े होते हैं इसके अलावा अधिकतर जीन्स इलास्टिक नहीं होते उनका कपड़ा काफी मोटा ह...

क्रिकेट ग्राउंड में एक से ज्यादा पिचें क्यों होती हैं ?

आपने क्रिकेट मैच जिंदगी में कभी ना कभी देखा होगा  या  फिर आप उनमें से होंगे जो कभी क्रिकेट मैच को कभी भी मिस नहीं करते चाहे टेस्ट मैच हो या वनडे   या हो सकता है आपको  केवल आईपीएल देखने का शौक हो कुछ लोगों को क्रिकेट मैच का इतना शौक होता है कि उन्हें 2 देशों की दूरी भी कम पड़ जाती है कुछ लोग तो अपने फेवरेट  प्लयेर को सपोर्ट करने के लिए अपने बॉडी को तरह - तरह से पेंट तक करवा लेते हैं अगर आप भी क्रिकेट के शौकीन हैं तो क्या आप जानते हैं की क्रिकेट ग्राउंड में एक से अधिक पिच क्यों  होती हैं  इन सभी पिचों में 1 मेन पिच होती है  जो रिजर्व रहती है और उस पिच से छेड़छाड़ करना अलाउड नहीं होता और उस पिच पर मैच वाले दिन क्रिकेट खेला जाता है  पर अक्सर प्लेयर मैच से पहले प्रैक्टिस करते हैं तो इसीलिए साइड के पिच बनाए जाते हैं ताकि प्लेयर प्रैक्टिस कर सके क्योंकि मेन पिच तो मैच के लिए रिजर्व रहता है अगर  ग्राउंड में एक ही पिच होगा तो फिर प्लयेर प्रैक्टिस कहां करेगें  इसलिए मेन पिच के साथ बाकी की पिचें बनाई जाती है।

why chips are packed with nitrogen gas

Why chips are packed with nitrogen gas  The food materials which are prepared with the help of oil and fat when they are kept for a long time react with oxygen and their smell and taste become unpleasant.  This process happened due to the oxidation of fats and oil in the presence of oxygen. While nitrogen is unreactive gas it doesn't react with oil and fats and it prevents food(chips, kurkure etc.) from getting rancid. Therefore chips are packed with nitrogen gas. 5 uses of nitrogen gas  There are lots of uses for nitrogen gas but the top 5 uses are given below. It is used in blub to prevent quick oxidation of tungsten filament. Nitrogen gas is filled in aircraft as well as racing cars. It is also used in the chemical industry to produce fertilizer, explosives, nylon, dyes etc. Due to rapid freezing Liquid nitrogen can be used to preserve semen, blood, and bacteria. It is also used for welding, soldering, brazing etc.

Why pakistani players are not allowed in IPL

Why Pakistani players are not allowed in ipl जैसा कि आप जानते हैं आईपीएल की शुरुआत  2008 में हुई थी और इस सीजन की Winner टीम Rajasthan Royal थी जिसने  Chennai Super kings को फाइनल में 3 wicket से हरा दिया था उस समय तो  पाकिस्तान के कुछ खिलाड़ी जैसे कि शोएब अख्तर, शोएब मलिक, शाहिद  अख्तर, यूनुस खान आईपीएल का हिस्सा थे लेकिन आईपीएल के पहले सीजन  बाद पाकिस्तान के खिलाड़ियों को बैन कर दिया था उस बक्त पाकिस्तान के खिलाडिय़ों को बैन करने का सबसे बड़ा कारण 26/11 का अटैक था जिसमें पाकिस्तान के 10 टेरेरिस्ट इंडिया में पकड़े गए थे जो की पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से संबंध रखते थे  और इस बात का  एविडेंस देने  के बाद भी पाकिस्तान चुप रहा था जिस  कारण से इंडिया ने मजबुर होकर पाकिस्तान के साथ सारे डिप्लोमेटिक रिश्ते तोड़ने का फैसला किया था  इसके साथ पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भी बैन कर दिया था इसके अलावा कश्मीर मुद्दे के कारण  बीसीसीआई ने  2009 में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल  नहीं खेलने दिया तब से लेकर अब तक यह बैन जारी है

ट्रेन ड्राइवर इमरजेंसी ब्रेकिंग क्यूं नहीं लगाता ?

जब आप रेलवे क्रॉसिंग पर होते हो तो सामने लगे दो बैरियर लगे होते हैं जो ट्रेन आने के कुछ समय पहले  बंद हो जाते हैं ताकि रेलवे लाइन पर कोई ना जा पाए कुछ लोग फिर भी रेलवे क्रॉसिंग को पार करते हैं जिससे वे कभी-कभी हादसे का शिकार हो जाते हैं लेकिन जब ट्रेन चल रही हो और अचानक से सामने कोई आ जाए और लोको पायलट उसे देख ले तब भी इमरजेंसी ब्रेक नहीं लगाता ऐसा इस वजह से ट्रेन के सामने जब भी कोई चीज आ जाती है तो उस समय ट्रेन को रोकने के लिए लोको पायलट को इमरजेंसी ब्रेक लगाने होते हैं अगर वो ट्रेन 20-24 कोचो वाली है और 100km/h की स्पीड से चल रही है तो ब्रेक लगाने के लिए कम से कम 850 किलोमीटर की दूरी होनी चाहिए  और अगर सामने से माल गाड़ी आ रही है और वह 80km/h की स्पीड से चल रही है तो उसे ब्रेक लगाने के लिए कम से कम 1 किलोमीटर की दूरी होनी चाहिए और कितनी दूरी से चीजों को देखना मुश्किल हो जाता है  लोको पायलट जब किसी चीज को देख पाता है तो वह काफी कम दूरी  पर होती है इसलिए लोको पायलट चीजों को देखने के बाद भी ब्रेक नहीं लगाता इसके अलावा रात को वह उतना ही देख पाता है जहां तक इंजन की लाइट...

कैदी को फांसी देने से पहले चेहरे को काले कपड़े से क्यूं ढका जाता है ?

आज तक आपने फिल्मों में या आम जिंदगी में देखा  होगा कैदी  की सजा देने से पहले उसके चेहरे  को काले कपड़े से ढक लिया जाता है क्या आप जानते है ऐसा क्यूं किया जाता है जैसा  आप जानते हैं फांसी की सजा अंतिम सजा होती है जो कि बहुत ही कम दी जाती है जब बहुत ही घिनौना या संगीन अपराध किया हो जब किसी कैदी को फांसी की सजा दी जाती है तो उसका डैथ वारंट निकलता और उस पर लिखा रहता है कि उसे कहां  किस जगह और कब फांसी  देनी है जल्लाद कैदी के कान में फांसी देने से पहले उसे बोलता है मैं मजबूर हूं मैं बस ऑर्डर का पालन कर  रहा हूं  इसके अलावा अगर कैदी हिन्दू है  तो उसे राम-राम और अगर मुस्लिम है कान में सलाम बोलता है अगर कैदी के चेहरे के ऊपर कपड़ा ना दिया जाए तो जो भी उसका तड़पता हुआ चेहरा देखेगा  जैसे जीभ का बाहर आ जाना आदि तो  वह उसे मरते दम तक भुला नहीं पाएगा  इसलिए कैदी के चेहरे को काले कपड़े से ढक दिया जाता है ताकि हम उसका तड़पता हुआ चेहरा देख पाएं।

समुंदर का पानी अचानक गायब हो जाए तो ?

सौरमंडल में धरती एक मात्र ऐसा ग्रह है जो इतनी अधिक मात्रा में पानी से घिरा हुआ है जो धरती पर जीवन का सबसे बड़ा कारण है धरती के कुल क्षेत्रफल का 71% भाग जल से घिरा हुआ है समुद्र का पानी धरती के कुल पानी का 97% है जिसमें से केवल 3% ही पीने योग्य है तो क्या होगा जब अचानक से समुद्र का पानी गायब हो जाए अचानक पानी के लुप्त हो जाने से समुद्र में चल रहे जहाज एकदम से समुद्र के सतह में पहुंच जाएंगे इसके अलावा समुद्री  जीव जैसे मछली, सांप, कछुआ सांस नहीं ले पाएंगे और तड़प तड़प कर मर जाएंगे  समुद्र का पानी लुप्त हो जाने से धरती का तापमान बढ़ने लगेगा क्योंकि समुद्र सूर्य से आने वाली गर्मी को अवशोषित करता है और धरती का तापमान बनाए रखता है इसके साथ धरती का तापमान बढ़ने लगेगा जिससे पृथ्वी का जल चक्र पूरी तरह से नष्ट हो जाएगा जिससे  बारिश होना बंद हो जाएगी और आसमान से बादल लुप्त हो जाएंगे क्योंकि पानी का वाष्पीकरण होना बंद हो जाएगा  जो 3% जल नदी और तालाब में होगा जल चक्र को बनाए रखने में काफी नहीं होगा बारिश ना होने से पौधे जीव जंतु और इंसान पानी की कमी से मरने लगेंगे  धरती पूरी...

Oxygen cylinder चौकोर क्यूं नहीं होते

 आपने गैस सिलेंडर या ऑक्सीजन सिलेंडर कई बार  देखा होगा कभी आपने सोचा है की ये गोल ही क्यूं होते है  चाहे उस सिलेंडर मै कोई भी गैस भरी हो चाहे वह छोटा हो या बड़ा हमेशा बेलनाकार ही होते हैं कभी भी  चोकोर या  गोल नहीं होते इसके अलावा अस्पतालों तक ऑक्सीजन पहुंचा रहे टैंकर भी बेलनाकार ही होते हैं दरअसल जब भी किसी लिक्विड या गैस को किसी टैंकर में रखा जाता है तो सबसे ज्यादा प्रेशर उनके कोनों पर पड़ता है  तो ऐसे में  चौकोर टैंकर नहीं बनाए जाते क्योंकि कोनों में ज्यादा प्रेशर बनने से उनसे गैस लीक  होने या उनके फटने का डर ज्यादा होता है ऐसे में बिना कोने वाले  टैंकर में एक समान दबाव पड़ता है जिससे उसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाना आसान हो जाता है  इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी भी बेलनाकार  सिलेंडर को ट्रक या गाड़ी में लोड करते हैं तो वह  ग्रेविटी प्रेशर बनाए रखते हैं जिससे सेंटर ऑफ ग्रेविटी भी कम होता है और ट्रक स्थिर रहता है  तो इसी वजह से टैंकर बिना कोने वाले या बेलनाकार होते हैं

ट्रेन पटरी पर ही क्यूं चलाई जाती है ??

 जब आप ट्रेन को देखते है या ट्रेन  पर सफर करते हैं तो आपने भी कभी सोचा है कि आखिरकार ट्रेन पटरी पर ही क्यूं चलाई जाती है ? तो चलिए आज हम बताते हैं जैसे की आप जानते हैं ट्रेन का भार सड़क पर चलने वाली गाड़ियों से कई गुणा ज्यादा होता है एक भरे हुए ट्रक का भार 15 से 20 टन हो सकता है जबकि  एक भरी हुई मालगाड़ी का भार 100 टन या इससे ज्यादा हो सकता है  इसके अलावा ट्रक के पहिए की चौड़ाई करीब 10 इंच होती है जबकि ट्रेन के पहिए की चौड़ाई करीब 4 इंच होती है इसका मतलब यह हुआ की ट्रक के पहिए की चौड़ाई ट्रेन से करीब ढाई गुणा ज्यादा होती है इसी कारण ट्रेन के पहियों पर ढाई गुणा ज्यादा प्रैशर होता है और मालगाड़ी के पहिये ट्रक के पाहियों पर करीब 12 गुणा ज्यादा प्रैशर होता है  तो इसका मतलब यह हुआ कि अगर सड़क बनाई भी जाए तो उस सड़क को साधारण सड़क से 10 से 12 गुणा मजबूत बनाना पड़ेगा और पैसा भी ज्यादा लगेगा  इसके अलावा मिट्टी भी इतना भार नहीं झेल सकती इसलिए पटरी के नीचे सलिपर डाल के  लोड को ज्यादा एरिया में  फैला दिया जाता है इसके आलावा जो गाडिया रोड पर चलती है उन्हें स्...